क्वालिटी स्लीप: सिर्फ रात भर सोने का मतलब नहीं है अच्छी नींद, ये 5 कारण भी हैं जिम्मेदार
नींद न आना या अनिद्रा (Sleep Disorders) की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास जाने वाले अक्सर मानते हैं कि अच्छी नींद का मतलब सिर्फ रात भर बिना किसी रुकावट के सोना और सुबह तरोताजा महसूस करना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अच्छी नींद (Quality Sleep) का मतलब सिर्फ इतना ही नहीं होता? नींद कई चरणों (Sleep Cycle) में विभाजित होती है, और इन चरणों का सही ढंग से चलना भी अच्छी नींद के लिए आवश्यक है। आइए, इस बारे में विस्तार से जानें कि किस तरह से अच्छी नींद को समझा जा सकता है और कौन-कौन से कारक इसमें भूमिका निभाते हैं।
नींद का रोलर कोस्टर: नींद के चक्र का महत्व
नींद एक निरंतर प्रक्रिया नहीं होती, बल्कि यह अलग-अलग चरणों से गुजरती है। कभी हम गहरी नींद में होते हैं, तो कभी हल्की नींद में। यह प्रक्रिया एक रोलर कोस्टर की तरह होती है, जिसमें हम बार-बार ऊपर-नीचे होते हैं। यह नींद चक्र लगभग 90 मिनट का होता है, जिसमें कई बार हल्की नींद से गहरी नींद और फिर सपनों वाली नींद (REM sleep) का चरण आता है।
नींद के इस चक्र के दौरान हमारा मस्तिष्क और शरीर कई बार जाग भी सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में हमें इसका एहसास नहीं होता। इसलिए, यह जरूरी नहीं कि रात भर बिना जागे सोने को ही अच्छी नींद माना जाए। अच्छी नींद का मतलब यह भी होता है कि नींद के ये चरण सही तरीके से पूरे हो रहे हैं या नहीं।
अच्छी नींद का सही मतलब
आपने सुना होगा कि वयस्कों को हर दिन 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। लेकिन अच्छी नींद का मतलब सिर्फ इतने घंटे सोना ही नहीं है, बल्कि यह भी देखना जरूरी है कि आपकी नींद कितनी गुणवत्तापूर्ण है। अगर आप जल्दी सो जाते हैं, रात में बार-बार नहीं जगते और सुबह उठकर तरोताजा महसूस करते हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी नींद अच्छी है।
हालांकि, बहुत से लोग नींद की समस्याओं से जूझते हैं। लगभग हर चौथे व्यक्ति को नींद न आने या नींद पूरी न होने की समस्या होती है। स्लीप एपनिया जैसी समस्याएं उम्र के साथ और भी गंभीर हो जाती हैं, जिसमें रात में सांस लेने में दिक्कत होती है। इसके अलावा, नींद की समस्याएं किसी बीमारी, दवाओं के साइड इफेक्ट, या शोर-शराबे की वजह से भी हो सकती हैं।
रात में बार-बार जागना: क्या यह चिंता का विषय है?
रात में कई बार जागना हमेशा चिंता का विषय नहीं होता, लेकिन इसका असर तब पड़ता है जब आप सुबह उठने के बाद थकान या चिंता महसूस करते हैं। अगर आप दिनभर सुस्ती महसूस करते हैं, या सुबह उठने में कठिनाई होती है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी नींद सही नहीं है। इसका कारण देर से सोना, अनियमित सोने का समय, या शरीर की आंतरिक घड़ी में गड़बड़ी हो सकती है।
अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है और आपके रोजमर्रा के कामों में बाधा डालती है, तो आपको किसी विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
स्मार्ट वॉच: क्या यह नींद में मददगार हो सकती है?
आजकल स्मार्ट वॉचेस आपको आपकी नींद के बारे में जानकारी देती हैं, जैसे आप कितने समय सोते हैं और कितनी बार जागते हैं। लेकिन ये पूरी तरह सटीक नहीं होतीं। अगर आपको अपनी नींद के बारे में गहराई से जानकारी चाहिए तो डॉक्टर से परामर्श लेना ज्यादा सही रहेगा। डॉक्टर नींद के दौरान आपकी शारीरिक क्रियाओं की जांच कर सकते हैं, जैसे आपकी सांस, दिल की धड़कन, और मस्तिष्क की तरंगें।
स्मार्ट वॉच से मिलने वाली जानकारी से आप अपनी नींद की आदतों में सुधार कर सकते हैं, लेकिन अगर आपको लगता है कि आपकी नींद से जुड़ी कोई गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ही बेहतर होगा।
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