PCOS और आपकी डाइट: क्या खाएं, क्या न खाएं, भूलकर भी न खाएं ये चीजें, जानें यहां!
PCOS, या पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम, एक गंभीर हार्मोनल डिसऑर्डर है जो कई महिलाओं को प्रभावित करता है। इस समस्या के कारण महिलाओं को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें अनियमित माहवारी, वजन बढ़ना, और अन्य हार्मोनल असंतुलन शामिल हैं। इस स्थिति के लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए खानपान का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। PCOS पीड़ित महिलाओं को कुछ खास प्रकार के फूड्स से परहेज करना चाहिए ताकि वे अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें।
PCOS का मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन है, जो वज़न बढ़ने का कारण बनता है। इसके चलते, महिलाओं को अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इस दौरान, नट्स, बीज, हरी सब्जियाँ, फल, बेरी, साबुत अनाज, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त साल्मन फिश, काबुली चना, और राजमा जैसे फूड्स का सेवन करने से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। लेकिन यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि किन फूड्स से दूर रहना चाहिए। आइए जानते हैं कि PCOS पीड़ित महिलाओं को किन फूड्स से बचना चाहिए:
1. कॉफी
कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर के कोर्टिसोल लेवल को प्रभावित कर सकता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन की स्थिति उत्पन्न होती है। कोर्टिसोल एक स्ट्रेस हार्मोन है, और इसके बढ़े हुए स्तर से PCOS के लक्षण बिगड़ सकते हैं। इसलिए, महिलाओं को PCOS के दौरान कॉफी का सेवन सीमित करना चाहिए या पूरी तरह से परहेज करना चाहिए।
2. मैदा और चीनी
मैदा युक्त खाद्य पदार्थ जैसे बिस्किट, पास्ता, पेस्ट्री, और कुकीज़ तेजी से शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। इसके परिणामस्वरूप इंसुलिन की कार्यशैली प्रभावित होती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा होता है। PCOS के लक्षणों को ट्रिगर करने से बचने के लिए इन फूड्स से जितना संभव हो सके दूरी बनाना महत्वपूर्ण है।
3. प्रोसेस्ड फूड
प्रोसेस्ड फूड्स में ट्रांस फैट पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। ये ना केवल वजन बढ़ाने में सहायक होते हैं, बल्कि इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी बढ़ावा देते हैं, जिससे PCOS के लक्षण और गंभीर हो सकते हैं। इसलिए, प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से बचना चाहिए।
4. एडेड हार्मोन वाले डेयरी प्रोडक्ट
अनेक डेयरी प्रोडक्ट्स में आर्टिफिशियल हार्मोन शामिल होते हैं। जब यह दूध पीने वाली जानवरों से निकाला जाता है, तो यह महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है। इससे PCOS की समस्या बढ़ सकती है। इसीलिए, महिलाओं को ऑर्गेनिक या प्लांट-बेस्ड डेयरी प्रोडक्ट्स का चयन करना चाहिए।
5. सोया
सोया और फाइटोएस्ट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भी महिलाओं के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है। यह हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है, जिससे PCOS के लक्षण और गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में, PCOS पीड़ित महिलाओं को सोया उत्पादों से परहेज करना चाहिए।
PCOS एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, और इसका प्रबंधन सही खानपान से संभव है। इस दौरान ध्यान देना चाहिए कि आप क्या खा रहे हैं और किस चीज़ से दूरी बना रहे हैं। हेल्दी फूड्स का चयन करें और उन खाद्य पदार्थों से बचें जो आपकी स्वास्थ्य स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं। सही खानपान के साथ ही नियमित व्यायाम और जीवनशैली में सुधार भी आवश्यक है, जिससे PCOS के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सके।
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